बुद्धि निर्माण एवं बहुआयामी बुद्धि

Sunil Sagare
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बुद्धि: अर्थ और परिभाषा (Meaning and Definition of Intelligence)

बुद्धि एक जटिल मानसिक क्षमता है। सामान्य भाषा में इसे 'अक्ल', 'समझ' या 'प्रतिभा' कहा जाता है। मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से, यह वह शक्ति है जो व्यक्ति को समस्याओं का समाधान करने, उद्देश्यों को प्राप्त करने और वातावरण के साथ समायोजन करने में सक्षम बनाती है।

महत्वपूर्ण परिभाषाएँ:

  • टर्मन (Terman): बुद्धि अमूर्त विचारों (Abstract thinking) के बारे में सोचने की योग्यता है।

  • वेश्लर (Wechsler): बुद्धि किसी व्यक्ति की वह सामूहिक योग्यता है जिसके द्वारा वह उद्देश्यपूर्ण कार्य करता है, तार्किक चिंतन करता है और वातावरण के साथ प्रभावी ढंग से व्यवहार करता है।

  • स्टर्न (Stern): जीवन की नई समस्याओं और स्थितियों के अनुसार अपने आप को ढालने की सामान्य मानसिक योग्यता ही बुद्धि है।

  • वुडवर्थ (Woodworth): बुद्धि कार्य करने की एक विधि है।

  • थॉर्नडाइक (Thorndike): सत्य या तथ्य के दृष्टिकोण से उत्तम प्रतिक्रियाओं की शक्ति ही बुद्धि है।

बुद्धि के मुख्य पक्ष:

  1. कार्यात्मक: यह समस्याओं को हल करने में मदद करती है।

  2. संरचनात्मक: यह मानसिक संरचना का हिस्सा है।

  3. क्रियात्मक: यह व्यक्ति के कार्यों में झलकती है।


बुद्धि के प्रमुख सिद्धांत (Major Theories of Intelligence)

विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने बुद्धि के स्वरूप को समझाने के लिए अलग-अलग सिद्धांत दिए हैं। CTET के लिए ये सिद्धांत अत्यंत महत्वपूर्ण हैं:

1. एक-कारक सिद्धांत (Uni-Factor Theory)

  • प्रतिपादक: अल्फ्रेड बिने (Alfred Binet)।

  • समर्थक: टर्मन, स्टर्न।

  • मुख्य विचार: बुद्धि एक अविभाज्य इकाई है। यह एक ही शक्ति है जो व्यक्ति के सभी कार्यों का संचालन करती है। यदि कोई व्यक्ति एक क्षेत्र में निपुण है, तो वह अन्य क्षेत्रों में भी निपुण होगा।

  • आलोचना: आधुनिक मनोविज्ञान इसे मान्य नहीं मानता क्योंकि यह आवश्यक नहीं कि गणित में तेज छात्र इतिहास में भी तेज हो।

2. द्वि-कारक सिद्धांत (Two-Factor Theory)

  • प्रतिपादक: स्पीयरमैन (Spearman)।

  • मुख्य विचार: बुद्धि दो कारकों से मिलकर बनी है:

    • सामान्य कारक ('g' factor - General): यह जन्मजात होता है और सभी मानसिक कार्यों में इसकी आवश्यकता होती है। जिस व्यक्ति में 'g' कारक जितना अधिक होगा, वह उतना ही अधिक बुद्धिमान होगा।

    • विशिष्ट कारक ('s' factor - Specific): यह अर्जित किया जाता है। यह किसी विशिष्ट कार्य (जैसे संगीत, खेल, गणित) के लिए होता है। एक व्यक्ति में कई 's' कारक हो सकते हैं।

3. बहुकारक सिद्धांत (Multi-Factor Theory)

  • प्रतिपादक: थॉर्नडाइक (Thorndike)।

  • मुख्य विचार: 'सामान्य बुद्धि' जैसी कोई चीज नहीं होती। बुद्धि कई स्वतंत्र विशिष्ट योग्यताओं का समूह है।

  • बुद्धि के प्रकार (थॉर्नडाइक के अनुसार):

    • अमूर्त बुद्धि (Abstract Intelligence): शब्दों, प्रतीकों और विचारों को समझने की क्षमता (जैसे- कवि, दार्शनिक)।

    • सामाजिक बुद्धि (Social Intelligence): समाज में लोगों के साथ व्यवहार करने की क्षमता (जैसे- नेता, व्यवसायी)।

    • यांत्रिक/स्थूल बुद्धि (Mechanical Intelligence): मशीनों और उपकरणों को समझने की क्षमता (जैसे- इंजीनियर, कारीगर)।

  • बुद्धि के 4 प्रतिमान (Aspects): स्तर (Level), परास (Range), क्षेत्र (Area), और गति (Speed)।

4. समूह-तत्व सिद्धांत (Group Factor Theory)

  • प्रतिपादक: थर्स्टन (Thurstone)।

  • मुख्य विचार: बुद्धि न तो एक कारक है और न ही असंख्य कारकों का समूह। यह कुछ "प्राथमिक मानसिक योग्यताओं" (Primary Mental Abilities - PMA) का समूह है।

  • इनमें संख्यात्मक योग्यता, शाब्दिक योग्यता, स्थानिक क्षमता, स्मृति आदि शामिल हैं जो एक समूह (Group) के रूप में कार्य करती हैं।

5. पदानुक्रमिक या त्रि-आयामी सिद्धांत (Tri-Dimensional Theory / SI Model)

  • प्रतिपादक: जे.पी. गिलफोर्ड (J.P. Guilford)।

  • मुख्य विचार: बुद्धि की संरचना को तीन आयामों में विभाजित किया जा सकता है:

    1. संक्रिया (Operation): मानसिक प्रक्रिया (जैसे- मूल्यांकन, अपसारी चिंतन)।

    2. विषय-वस्तु (Content): सूचना की प्रकृति (जैसे- दृश्य, श्रव्य)।

    3. उत्पाद (Product): परिणाम (जैसे- इकाई, वर्ग, प्रणाली)।

  • नोट: 'अपसारी चिंतन' (Divergent Thinking) जिसे 'Out of the box' सोच भी कहते हैं, सृजनात्मकता से जुड़ा है।

6. तरल और ठोस बुद्धि सिद्धांत (Fluid and Crystallized Intelligence)

  • प्रतिपादक: आर.बी. कैटल (R.B. Cattell)।

  • तरल बुद्धि (Fluid Intelligence): यह वंशानुक्रम पर आधारित होती है। यह तर्क करने और नई समस्याओं को हल करने की जन्मजात क्षमता है।

  • ठोस बुद्धि (Crystallized Intelligence): यह अनुभव, शिक्षा और वातावरण से अर्जित की जाती है। आयु के साथ इसमें वृद्धि हो सकती है।

7. त्रिपाचीय/त्रितंत्र सिद्धांत (Triarchic Theory)

  • प्रतिपादक: रॉबर्ट स्टर्नबर्ग (Robert Sternberg)।

  • मुख्य विचार: इन्होंने बुद्धि को तीन भागों में बांटा:

    1. विश्लेषणात्मक बुद्धि (Analytical): समस्याओं को टुकड़ों में तोड़कर समाधान करना (घटकीय बुद्धि)।

    2. सृजनात्मक/आनुभविक बुद्धि (Creative/Experiential): नए विचारों का निर्माण और पूर्व अनुभवों का उपयोग करना।

    3. व्यावहारिक बुद्धि (Practical/Contextual): दिन-प्रतिदिन के जीवन और पर्यावरण के साथ अनुकूलन करना। इसे 'Street Smarts' भी कहते हैं।


हॉवर्ड गार्डनर का बहुबुद्धि सिद्धांत (Howard Gardner's Theory of Multiple Intelligences)

वर्ष 1983 में हॉवर्ड गार्डनर ने यह क्रांतिकारी सिद्धांत दिया। उनके अनुसार, बुद्धि कोई एक तत्व नहीं है, बल्कि कई अलग-अलग प्रकार की बुद्धियाँ होती हैं जो एक-दूसरे से स्वतंत्र होती हैं।

गार्डनर द्वारा बताई गई 8 प्रमुख बुद्धियाँ:

  1. भाषाई बुद्धि (Linguistic Intelligence):

    • भाषा के सही उपयोग, शब्दों के अर्थ और लेखन की क्षमता।

    • उदाहरण: कवि, लेखक, पत्रकार, वकील, व्याख्याता।

  2. तार्किक-गणितीय बुद्धि (Logical-Mathematical Intelligence):

    • तर्क करने, गणितीय समस्याओं को हल करने और वैज्ञानिक चिंतन की क्षमता।

    • उदाहरण: गणितज्ञ, वैज्ञानिक, इंजीनियर, बैंकर।

  3. स्थानिक बुद्धि (Spatial Intelligence):

    • मानसिक कल्पनाओं को चित्र का रूप देने और स्थान/दिशा का ज्ञान रखने की क्षमता।

    • उदाहरण: चित्रकार, मूर्तिकार, आर्किटेक्ट, पायलट, नाविक (Navigator)।

  4. शारीरिक-गतिक बुद्धि (Bodily-Kinesthetic Intelligence):

    • अपने शरीर की गति पर नियंत्रण रखने और वस्तुओं को कुशलता से संभालने की क्षमता।

    • उदाहरण: खिलाड़ी, नर्तक (Dancer), सर्जन (Doctor), जिमनास्ट।

  5. सांगीतिक बुद्धि (Musical Intelligence):

    • लय, ताल और सुर को समझने की क्षमता।

    • उदाहरण: गायक, संगीतकार, वाद्य यंत्र वादक।

  6. अंतर्वैयक्तिक बुद्धि (Interpersonal Intelligence):

    • दूसरों की भावनाओं, उद्देश्यों और व्यवहार को समझने की क्षमता।

    • उदाहरण: मनोवैज्ञानिक, परामर्शदाता, राजनेता, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता।

  7. अन्तः वैयक्तिक बुद्धि (Intrapersonal Intelligence):

    • स्वयं की भावनाओं, इच्छाओं और क्षमताओं को समझने की क्षमता (आत्मबोध)।

    • उदाहरण: दार्शनिक, संत, आध्यात्मिक गुरु।

  8. प्राकृतिक बुद्धि (Naturalistic Intelligence):

    • प्रकृति, पेड़-पौधों, जानवरों और खनिजों को पहचानने और वर्गीकृत करने की क्षमता।

    • उदाहरण: किसान, वनस्पति वैज्ञानिक, जीव वैज्ञानिक।


बुद्धि का मापन और बुद्धि-लब्धि (Measurement of Intelligence & IQ)

बुद्धि मापन का इतिहास काफी पुराना है।

  • 1879: वुण्ट (Wundt) ने पहली मनोविज्ञान प्रयोगशाला स्थापित की।

  • अल्फ्रेड बिने और साइमन: इन्होंने सबसे पहले बुद्धि परीक्षण तैयार किया जो बच्चों के निर्णय और तर्क पर आधारित था।

  • मानसिक आयु (Mental Age - MA): यह अवधारणा बिने ने दी। यह किसी व्यक्ति के बौद्धिक विकास का स्तर बताती है। यदि एक 10 वर्ष का बच्चा 12 वर्ष के बच्चे वाले प्रश्न हल कर देता है, तो उसकी मानसिक आयु 12 वर्ष होगी।

बुद्धि-लब्धि (Intelligence Quotient - IQ):

टर्मन ने IQ गणना का सूत्र दिया:

$$IQ = \frac{\text{मानसिक आयु (MA)}}{\text{वास्तविक आयु (CA)}} \times 100$$

उदाहरण:

यदि किसी बच्चे की मानसिक आयु 12 वर्ष है और वास्तविक आयु 10 वर्ष है:

$IQ = \frac{12}{10} \times 100 = 120$

IQ वितरण तालिका (वेश्लर और मैरिल के अनुसार):

बुद्धि-लब्धि (IQ)वर्गीकरण (Classification)
140 या ऊपरप्रतिभाशाली (Genius/Gifted)
120 - 139अति श्रेष्ठ (Very Superior)
110 - 119तीव्र/श्रेष्ठ बुद्धि (Superior)
90 - 109सामान्य बुद्धि (Average) - सर्वाधिक लोग इसी श्रेणी में आते हैं
80 - 89मंद बुद्धि (Dull)
70 - 79क्षीण बुद्धि / सीमावर्ती (Borderline)
70 से नीचेनिश्चित क्षीण बुद्धि / जड़ (Feeble-minded)

शिक्षा में बुद्धि परीक्षणों का महत्त्व (Importance in Education)

  1. छात्र वर्गीकरण: कक्षा में छात्रों को उनकी क्षमता (सामान्य, औसत, प्रतिभाशाली) के अनुसार वर्गीकृत करके उपयुक्त शिक्षण विधियां अपनाना।

  2. शैक्षिक और व्यावसायिक मार्गदर्शन: छात्र की क्षमता के अनुसार उसे विषय चुनने या करियर चुनने में मदद करना (जैसे- अच्छी स्थानिक बुद्धि वाले को आर्किटेक्चर की सलाह देना)।

  3. अधिगम कठिनाइयों का पता लगाना: यदि कोई छात्र पिछड़ रहा है, तो बुद्धि परीक्षण से यह जाना जा सकता है कि समस्या बौद्धिक है या कुछ और।

  4. प्रतिभा खोज: प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करके उन्हें छात्रवृत्ति और उन्नत अवसर प्रदान करना।

  5. स्वयं का ज्ञान: छात्रों को अपनी ताकतों और कमजोरियों को पहचानने में मदद करना।


परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु (Key Takeaways for Exam)

  • बुद्धि निर्माण: यह वंशानुक्रम (Heredity) और वातावरण (Environment) की अंतःक्रिया का परिणाम है।

  • फ्लीन प्रभाव: समय के साथ पीढ़ियों के औसत IQ में वृद्धि देखी गई है।

  • बहुआयामी बुद्धि: आधुनिक शिक्षा में यह माना जाता है कि हर बच्चे में कोई न कोई विशिष्ट प्रतिभा (आयाम) होती है, जिसे पहचानना शिक्षक का कार्य है।

  • संवेगात्मक बुद्धि (Emotional Intelligence): यह स्वयं और दूसरों के संवेगों को नियंत्रित करने की क्षमता है। डैनियल गोलमैन इसके प्रमुख समर्थक हैं। यह अक्सर IQ से अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है।



बुद्धि निर्माण एवं बहुआयामी बुद्धि

Mock Test: 20 Questions | 20 Minutes

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